पारद शिवलिंग price Options

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त्यामुळे त्यात शिवाचा वास असल्याने जे जे संसार रुपी मानव आहेत त्यांनी पाऱ्याच्या शिवलिंगाची उपासना करावी असे त्यात म्हटले आहे.

मानव शरीराचे तापमान हे पाऱ्यावरच मोजण्याची पद्धती आहे कारण सामान्य परिस्थितीत हा धातू आपले द्रवरूप सोडत नाही.

पारद शिवलिंग को अगर आप सूर्य में रखेंगे तो यह इंद्रधनुषी रंग को दर्शाता है, जिसे बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इसे स्पर्श करने मात्र से ही सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो जाता है, जिससे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि अगर पारद शिवलिंग को बेडरूम में रखते हैं तो यह पति-पत्नी के बीच सद्भाव लाता है और दोनों एक-दूसरे का हमेशा सहयोग करने के लिए आगे रहते हैं।

अशी आख्यायिका मिळते कि समुद्र मंथनाच्या वेळी मोहिनी रूपातल्या स्त्री रुपी विष्णू ला पाहून शिव मोहित झाले आणि त्यांच्या मैथुन क्रियेतून पारा रुपी द्रव उत्त्पत्तीत आला.

... तो अमरनाथ गुफा के पास हो सकती थी बड़ी तबाही

आपको ओम नमः शिवाय का नियंत्रण जाप करते रहना चाहिए।

पारद शिवलिंग की पूजा से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। प्राचीन ग्रन्थों में पारद शिवलिंग की पूजा को सर्वोत्तम बताया गया है। पारद शिवलिंग के महत्व का वर्णन ब्रह्मपुराण, ब्रह्मवेवर्त पुराण, शिव पुराण, उपनिषद आदि ग्रंथों में किया गया है।

उपरोक्त कार्य सोमवार, त्रयोदशी, शिवरात्रि या श्रावण के मास में नित्य करेंगे, तो लाभ मिलेगा।

इसके बाद पर पराद शिवलिंग के दाहिनी तरफ दीपक जलाना चाहिए।

तुम्ही भक्तिभावनेने त्या शिवलिंगाला देवघरात स्थान देऊ शकता. 

साथ ही इसका आकार आपके अंगूठे get more info के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।

जर घरात शिवलिंग ठेवायचे असेल तर सर्वात उत्तम शिवलिंग हे पारद शिवलिंग मानले गेले आहे ह्यावर प्रकाश पाडू.

पारद शिवलिंग की पूजा करने से ग्रह दोष और जीवन के पाप दूर होते हैं।

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